इन आँखों से अक्स तेरा


'हितैषी'January 21 इन आँखों से अक्स तेरा छीन सकता नहीं कोई
कितने ही हसीं यहाँ नज़रों को छूकर निकल गये
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'हितैषी'
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Published on May 11, 2013 12:19
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