‘एन.एल.पी.’ (NLP) लगभग सभी क्षेत्रों में सफलता; मानसिक स्वास्थ्य; बहुआयामी आत्मोन्नति; व्यक्तित्व विकास; बहूपयोगी संवादकला एवं रोगमुक्ति के लिए पूर्णतः व्यावहारिक सर्वाधुनिक पद्धति है। इसका संस्थापन यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया; अमेरिका के गेस्टाल्ट थेरैपिस्ट जान ग्रिंडर और रिचर्ड बैंडलर ने दशकों विश्व के अग्रणी विभूतियों पर गहन शोध के पश्चात् किया। यह प्रोफेशन; खेल; शिक्षा; व्यापार; मैनेजमेंट; चिकित्सा; हिप्नोथेरैपी; मनोविज्ञान; मनोचिकित्सा आदि में भी उच्चकोटि का सामर्थ्य व पीक परफॉर्मेंस प्रदान करने में प्रभावी है। जीवन उत्तम बनाने में सहायक एवं अनन्य विविधता और गहराई छिपाए ‘एन.एल.पी.’ मानव इतिहास में पहला ऐसा विज्ञान है; जो अति शीघ्रता तथा कम समय में विश्व की विशा
100% तो बिलकुल नहीं...... मै इस पुस्तक के बारे में ज्यादा बात नहीं करना चाहता बस एक सवाल से ख़तम करते हैं : आप सेल्फ हेल्प बुक क्यों पड़ते हैं? ताकि आप अपने जीवन में कुच्छ बदलाव ला सके,और ऐसा तकनीक से हो सकता हैं, पर क़्या हो जिस तकनीक की आप उम्मीद कर रहे हो वो आप दीं ही ना जाये.... ये पुस्तक भी यही करती, ये पुस्तक नल्प के फायदे गिनाते गिनाते, कुच्छ समझते समझते बहुत दूर निकाल जाती हैं ... और जब ये करती हैं मेरा इच्छा उचट चुकी थी,ये बिगनर के तौर पर nlp को समझना चाहता हैं बहुत मुश्किल पुस्तक हैं, मैं आपको चमत्कारिक पुस्टक रिचार्ज यूओर लाइफ विद nlp राम वर्मा की रेकेमेंनंद करूँगा, वह इजी टू अंडरस्टैंड हैं