सुनसान हाईवे...।खून से लथपथ जख्मी आदमी को अजय द्वारा कार में लिफ्ट और शुरुआत एक हौलनाक सिलसिले की...।ट्रक ड्राइवर मनोहर की हत्या... शराब की बोतलों से भरा ट्रक लापता....।एक खूबसूरत जवान लड़की गायब...।एक के बाद एक तीन और हत्याएँ।कानून भी किलर को सजा नहीं दे सकता था... यानि परफैक्ट क्राइम।या लांग टर्म प्लांड क्राइम।खुद को इस खौफनाक बरवेड़े में गले तक फंसा चुके अजय के सामने एक ही रास्ता था...गहरी साजिश के प्लानर के मोहरे को उसी के खिलाफ इस्तेमाल करना...।यानि जवाबी परफैक्ट क्राइम।(रहस्य, रोमांच एवं सस्पैंस से भरपूर तेज रफ्तार उपन्यास)
अजय को सुनसान सडक पर एक आदमी गंभीर हालत में मिलता हैँ जिसे बचाने वह करीबी मकान में ले जाता हैँ जँहा के ओनर का हाथ उसमे मिलता हैँ आगे चलकर एक लड़की की गुमशुदगी का भी पाता चलता हैँ अब अजय अचानक से रिपोर्टर निकल जाता हैँ मामले की गूथी तक पहुंचने की ठानता हैँ... इस नॉवेल को सस्पेंस से भरा संसनीखेज बनाने में करैक्टरो के साथ ऐसे खिलवाड़ किये गए हैँ कि...... सब कुच्छ ओवर द टॉप लगता हैँ... गंभीरता चली जाती हैँ...... और बेलीवेलिटी के इशू नजर आते हैँ और ये राइटर के तौर पर फैलयर हैँ क्यूंकि एक रीडर के तौर पर यकीन ख़तम हो जाता हैँ......