ईश्वर के इस जहां में अपराधों के बढ़ने का कारण तो वे ही जानते होंगे, इसके कारण का पता लगा पाना इंसानों के बस की बात नहीं है। भारत में आजकल अपराध इस कदर बढ़ चुके हैं कि, इसे रोक पाना, इसे कंट्रोल कर पाना कुछ हद तक असम्भव सा लगता है। देश में आये दिन हर-पल, हर-क्षण, कहीं ना कहीं, कोई ना कोई अपराध होते रहते हैं। कहीं मर्डर, कहीं रेप, कहीं चोरी, कहीं मारपीट वगैरह-वगैरह।ये अपराध आजकल तो घर-घर में दस्तक दे चुके हैं। इन सब अपराधों की बहुत सी वज़ह, बहुत सी परिस्थिति और बहुत से कारण हो सकते हैं, जिनके बारे में सोचकर ही मन विचलित हो जाता है। लोगों का और मेरा भी मानना है कि, “हर अपराध और युद्ध के पीछे मुख्यतः तीन ही कारण होते हैं, जिन्हें "थ्री ज़" भी कह सकते हैं। इन "थ्री ज़" को ज़र, ज़मीन और ज़ोरु कहते हैं। ज़र का मतलब धन या सोना