Geeta Sharma
“दोनों सबसे अलग साथ निकल गये, सर्दी की गुनगुनी दोपहर में बाजार से होते हुए वो घर के रास्ते में थे, नभ ने जब देखा कि आस पास ज्यादा लोग नहीं है तो वो रुक गया। धारा हैरानी से पीछे मुड़कर नभ को देखने लगी। नभ मुस्कुरा रहा था थोड़ा घबराया-सा भी लग रहा था, धारा उसके पास गई और इशारे से पूछा कि वो क्यों रुका बात क्या है?
नभ ने घबराई हुई आवाज में धीरे से कहा, “धारा मुझे कुछ जरूरी बात करनी है तुमसे, सुबह से सोच रहा था कैसे कहूं?”
धारा ने कहा, “हां कहो ना, इतना डर क्यों रहे हो? नभ ने अपने बैग से एक कार्ड और एक छोटा-सा सफेद टेडी बियर निकाला और धारा की तरफ बढ़ा दिया धारा देखकर हैरान थी उसने पूछा, “ये क्या है? आज तो मेरा बर्थडे भी नहीं, तो ये किसलिये नभ?” नभ ने बड़ी मासूमियत से घबराते हुए, नजरें चुराते हुए कहा, “धारा, क्या तुम मेरी गर्लफ्रेंड बनोगी ?”
- Geeta Sharma, Pyar Mujhse jo kiya Tumne”
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नभ ने घबराई हुई आवाज में धीरे से कहा, “धारा मुझे कुछ जरूरी बात करनी है तुमसे, सुबह से सोच रहा था कैसे कहूं?”
धारा ने कहा, “हां कहो ना, इतना डर क्यों रहे हो? नभ ने अपने बैग से एक कार्ड और एक छोटा-सा सफेद टेडी बियर निकाला और धारा की तरफ बढ़ा दिया धारा देखकर हैरान थी उसने पूछा, “ये क्या है? आज तो मेरा बर्थडे भी नहीं, तो ये किसलिये नभ?” नभ ने बड़ी मासूमियत से घबराते हुए, नजरें चुराते हुए कहा, “धारा, क्या तुम मेरी गर्लफ्रेंड बनोगी ?”
- Geeta Sharma, Pyar Mujhse jo kiya Tumne”
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