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“बर्दाश्त कर लेने का इतना हौसला था कि आज मैं सोचता हूँ तो हैरान रह जाता हूँ। कितना कुछ छीन लिया है मुझसे इस बर्दाश्त कर लेने की आदत ने!”
― जूठन: पहला खंड [Joothan]
― जूठन: पहला खंड [Joothan]
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