Goodreads helps you follow your favorite authors. Be the first to learn about new releases!
Start by following Nikhil Kaithwar.
Showing 1-14 of 14
“भूलने को सोचा उन्हें पर भूल कहा पा रहे है,
हवाओं में उनकी खुशबू फैली हुई है,
अब क्या सांस लेना छोड़ दे ।।”
―
हवाओं में उनकी खुशबू फैली हुई है,
अब क्या सांस लेना छोड़ दे ।।”
―
“लोग पूछते है मुझसे हाल मेरा
मैं क्या बताऊं मैं उदास रहता हूं,
और ज्यादा कुछ नहीं बस उसकी आस में रहता हूं ।।”
―
मैं क्या बताऊं मैं उदास रहता हूं,
और ज्यादा कुछ नहीं बस उसकी आस में रहता हूं ।।”
―
“अब तमन्ना नहीं रही मोहब्बत की,
तुम्हारे बिन अब दिल नहीं लगता ।।
रात की बात क्या करे हम ,
हमारा तो दिन में भी दिल नहीं लगता ।।”
―
तुम्हारे बिन अब दिल नहीं लगता ।।
रात की बात क्या करे हम ,
हमारा तो दिन में भी दिल नहीं लगता ।।”
―
“सोच के की गई मोहब्बत-मोहब्बत नहीं होती,
और तुम मोहब्बत में उसके सिवा किसी को सोच सको तो ऐसे ही मोहब्बत नहीं होती ।।”
―
और तुम मोहब्बत में उसके सिवा किसी को सोच सको तो ऐसे ही मोहब्बत नहीं होती ।।”
―
“मुझे पढ़कर अब इन लोगो को मुझसे हमदर्दी होती है,
मोहब्बत तुमसे की है हमने हम पर कुछ तो तरस खाया करो ।।”
―
मोहब्बत तुमसे की है हमने हम पर कुछ तो तरस खाया करो ।।”
―
“आज कल मोहब्बत में दिल नहीं लग रहा है फिर भी दिल लगाना पड़ता है,
एक तरफा मोहब्बत है ये इसे अकेले निभाना पड़ता है ।।”
―
एक तरफा मोहब्बत है ये इसे अकेले निभाना पड़ता है ।।”
―
“मोहब्बत है तुमसे बना ले मुझे अपना,
कहीं बहक ना जाऊं किसी की सुंदर बातों में ,
अगर कुछ खिला पिला कर मुझे क़ैद कर लिया तो ।।”
―
कहीं बहक ना जाऊं किसी की सुंदर बातों में ,
अगर कुछ खिला पिला कर मुझे क़ैद कर लिया तो ।।”
―
“इश्क़ में अगर तुम्हे गवारा हो,
खुदा करे तुम्हें इश्क़ तुम्हें दोबारा हो ।।”
―
खुदा करे तुम्हें इश्क़ तुम्हें दोबारा हो ।।”
―
“कुछ तो कमी है खुदा में भी "कुनाल",
इतने लोगो की दुआओ में बस मेरी एक रह गई ”
―
इतने लोगो की दुआओ में बस मेरी एक रह गई ”
―
“कितनो को मोहब्बत है तुमसे हम किस को अपना रकीब बताए,
और तुम्हें खोने से डरते है हम तुम हो नहीं हमारे,
तुमसे कितनी मोहब्बत है तुम्हें कैसे बताए ।।”
―
और तुम्हें खोने से डरते है हम तुम हो नहीं हमारे,
तुमसे कितनी मोहब्बत है तुम्हें कैसे बताए ।।”
―
“मोहब्बत के अल्फाजों में वो सिर्फ हमारी हुई थी,
अब लोग मुझसे मेरे अल्फ़ाज़ भी चुराना चाहते है ।।”
―
अब लोग मुझसे मेरे अल्फ़ाज़ भी चुराना चाहते है ।।”
―
“सबको मोहब्बत है किसी ना किसी शख्स से,
खयाल रखता हूं कि खयाल से भी,
उस शख्स जैसा खयाल ना आए तेरे बारे में ।।”
―
खयाल रखता हूं कि खयाल से भी,
उस शख्स जैसा खयाल ना आए तेरे बारे में ।।”
―
“तुझसे मोहब्बत करके मोहब्बत छोड़ देना,
और फिर मोहब्बत करना कैसा है ।।
अच्छा वह सब तो ठीक है ये बताओ,
घूट - घुट के जीने से मरना कैसा है ।।”
―
और फिर मोहब्बत करना कैसा है ।।
अच्छा वह सब तो ठीक है ये बताओ,
घूट - घुट के जीने से मरना कैसा है ।।”
―
“मोहब्बत है तुमसे बना ले मुझे अपना”
―
―
