Gopaldas "Neeraj"
Born
in Puravali, Itawa, India
January 04, 1924
Died
July 19, 2018
Genre
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काव्यांजलि
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published
2014
—
2 editions
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नीरज के प्रेम गीत
by
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published
2010
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पुष्प परिजात के
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published
2007
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KARVAN GUJAR GAYA [Paperback] NEERAJ
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Karavam Gitom Ka
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फूल खिलें हैं गुलशन गुलशन
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“पर चुका जा रहा साँस का स्नेह अब
रोशनी का पथिक चल सकेगा नहीं,
आँधियों के नगर में बिना प्यार के
दीप यह भोर तक जल सकेगा नहीं,
पर चले स्नेह की लौ सदा इसलिए
जिस जगह मैं बुझूँ, उस जगह तुम जलो।
प्रेम-पथ हो न सूना कभी इसलिए
जिस जगह मैं थकूँ, उस जगह तुम चलो”
―
रोशनी का पथिक चल सकेगा नहीं,
आँधियों के नगर में बिना प्यार के
दीप यह भोर तक जल सकेगा नहीं,
पर चले स्नेह की लौ सदा इसलिए
जिस जगह मैं बुझूँ, उस जगह तुम जलो।
प्रेम-पथ हो न सूना कभी इसलिए
जिस जगह मैं थकूँ, उस जगह तुम चलो”
―
“पूँजी-मसनद के सहारे पे टिकी दुनिया में प्यार बिकता है गली-गाँव खिलौने की तरह होता ईमान है नीलाम बर्तनों की तरह”
― काव्यांजलि
― काव्यांजलि






