Dear Reader !

मैंने एक कहानी लिखी है। गाँव से पहली बार शहर ग्रेजुएशन करने आए, एसएससी/बैंक/रेलवे की तैयारी करने आए, लड़कों की जिंदगियों पर। उस उम्र पर जिसे वयः संधि कहते हैं, मन के उन कच्चे दिनों पर जब कैरियर की मार भारी होती है मगर दिल प्यार करना चाहता है। कुछ लड़के हैं इस कहानी में, जिनकी जिंदगी के फलसफे अलग-अलग हैं। कुछ लड़कियां हैं जो मंजिल और उससे भटकाव दोनों हैं। कुछ रास्ते हैं, कुछ भँवर हैं। मैंने कई छोटी कहानियां और कविताएं लिखी हैं जिन्हें आपने बहुत सराहा और प्यार दिया है। आपका यह सहयोग एक नए कलमकार को कितना संबल देता है, इसकी आप कल्पना नहीं कर सकते। सो उसी संबल पे चढ़कर संगठित और व्यवस्थित लेखन में यह मेरा पहला प्रयास है. एक कलमकार का लेखक बनने का पहला प्रयास है। इन बातों के मानी ये कि मैं लिखना चाहता हूँ और अपनी कहानियों से आप तक पहुँचना चाहता हूँ। इसलिये मेरी प्रबल उत्कंठा है कि मैं आपकी राय जान सकूँ कि मैं आप तक पहुँच पाया या नहीं? मेरे कथ्य ने आपको छुआ तो किस मनोभूमि औऱ मैं चूका तो किन किन मोर्चों पर। आपकी ये सद्प्रतिक्रियाएँ मेरे लिए मेरे अगले लेखे की तराश की छीनी बिनौली होंगी. उम्मीद के साथ कि किताब आपके सामने है...

इश्तियाक़ से मुंतजिर...
आपका-
शशांक भारतीय
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Published on April 14, 2019 10:16
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