तू हासिल नहीं



तू नायाब भी है, तू शामिल भी | तू हुक़्म भी है,तू साहिल भी | यूँ तो तेरी सल्तनत की रिवायत सुनी है हमने,आज तेरा ज़िक्र तो है, पर तू हासिल नहीं  |




Glossary:नायाब : difficult to findसल्तनत: Kingdomरिवायत: Narrative
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Published on January 28, 2020 21:06
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