"कर्मणये वाधिकारस्ते मां फलेषु कदाचन।
मां कर्मफलहेतुर्भू: मांते संङगोस्त्वकर्मणि"।।
इस श्लोक का सरल अर्थ हैं - आपका कर्म पर अधिकार हैं फ़ल पर नहीं।
Success मिलती हैं Preparation और Action in Right Direction से।
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Published on February 28, 2020 22:07