मंज़र


 ग़र सबके बाद यह मंज़र मिले

तो ऐ ज़िंदगी, तेरे सारे सितम मंज़ूर हैं
जानती तो नहीं कि कहा रहता है खुदा
पर यक़ीनन ,इस धरती पे यह जन्नत ज़रूर है।


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Published on January 21, 2021 08:10
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