“मैं देवता की तरह क़ैद अपने मंदिर में; वो मेरे जिस्म से बाहर मेरी तलाश में है।”
― Aaj ke Prasidh Shayar - Krishna Bihari 'Noor'
― Aaj ke Prasidh Shayar - Krishna Bihari 'Noor'
“साधन करना चाहि रे मनवा, भजन करना चाहि।
प्रेम लगाना चाहि रे मनवा, प्रीत लगाना चाहि।।
नीर-नहन से हीर मिले, तो जल जन्तु होई।
फल-मूल खाकर हरि मिले, तो बादूर बंदराई।।
तुलसी पूजनेसे हरि मिले, तो मैं पूजु तुलसी झाड़।
पत्थर पूजने से हरि मिले, तो मैं पूजु पहाड़।।
तृण भक्षण से हरि मिले, तो बहुत मृगी अजा।
स्त्री छोड़न से हरि मिले, तो बहुत मिले खोजा।।
दूध पीवन से हरि मिले, तो बहुत वत्स वाला।
मीरा कहे बिना प्रेम से न मिले नन्दलाला।।”
― The Autobiography of a Yogi
प्रेम लगाना चाहि रे मनवा, प्रीत लगाना चाहि।।
नीर-नहन से हीर मिले, तो जल जन्तु होई।
फल-मूल खाकर हरि मिले, तो बादूर बंदराई।।
तुलसी पूजनेसे हरि मिले, तो मैं पूजु तुलसी झाड़।
पत्थर पूजने से हरि मिले, तो मैं पूजु पहाड़।।
तृण भक्षण से हरि मिले, तो बहुत मृगी अजा।
स्त्री छोड़न से हरि मिले, तो बहुत मिले खोजा।।
दूध पीवन से हरि मिले, तो बहुत वत्स वाला।
मीरा कहे बिना प्रेम से न मिले नन्दलाला।।”
― The Autobiography of a Yogi
“पहले भी जीते थे मगर जब से मिली है ज़िन्दगी सीधी नहीं है दूर तक उलझी हुई है ज़िन्दगी इक आँख से रोती है ये, इक आँख से हँसती है ये जैसी दिखाई दे जिसे उसकी वही है ज़िन्दगी जो पाये वो खोये उसे, जो खोये वो रोये उसे यूँ तो सभी के पास है किसकी हुई है ज़िन्दगी हर रास्ता अनजान-सा हर फ़लसफ़ा नादान-सा सदियों पुरानी है मगर हर दिन नयी है ज़िन्दगी अच्छी-भली थी दूर से जब पास आयी खो गयी जिसमें न आये कुछ नज़र वो रोशनी है ज़िन्दगी मिट्टी हवा लेकर उड़ी घूमी फिरी वापस मुड़ी क़ब्रों पे कतबों1 की तरह लिक्खी हुई है ज़िन्दगी”
― Duniya Jise Kahte Hain
― Duniya Jise Kahte Hain
“I have to remind myself that some birds aren’t meant to be caged. Their feathers are just too bright.”
― Different Seasons
― Different Seasons
“A wise old owl lived in an oak,
The more he saw the less he spoke,
The less he spoke, the more he heard,
Why aren’t we all like that wise old bird?”
― The Psychology of Money
The more he saw the less he spoke,
The less he spoke, the more he heard,
Why aren’t we all like that wise old bird?”
― The Psychology of Money
Gagan’s 2024 Year in Books
Take a look at Gagan’s Year in Books, including some fun facts about their reading.
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