हरिवंश राय बच्चन > Quotes > Quote > प्रशांत liked it

हरिवंश राय बच्चन
“सजें न मस्जिद और नमाज़ी कहता है अल्लाताला, सजधजकर, पर, साक़ी आता, बन ठनकर, पीनेवाला, शेख, कहाँ तुलना हो सकती मस्जिद की मदिरालय से चिर-विधवा है मस्जिद तेरी, सदा-सुहागिन मधुशाला !”
Harivansh Rai Bachchan, मधुशाला

No comments have been added yet.