हरिवंश राय बच्चन > Quotes > Quote > प्रशांत liked it

हरिवंश राय बच्चन
“हरा-भरा रहता मदिरालय, जग पर पड़ जाए पाला, वहाँ मुहर्रम का तम छाए, यहाँ होलिका की ज्वाला; स्वर्ग लोक से सीधी उतरी वसुधा पर, दुख क्या जाने; पढ़े मर्सिया दुनिया सारी, ईद मानती मधुशाला”
Harivansh Rai Bachchan, मधुशाला

No comments have been added yet.