हरिवंश राय बच्चन > Quotes > Quote > Aditya liked it
“याद न आए दुखमय जीवन इससे पी लेता हाला, जग चिंताओं से रहने को मुक्त, उठा लेता प्याला, शौक, साध के और स्वाद के हेतु पिया जग करता है, पर मैं वह रोगी हूँ जिसकी एक दवा है मधुशाला”
― मधुशाला
― मधुशाला
No comments have been added yet.
