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“शादी का खलिहान
लड़की मुस्कुराई और बोली: यह सोना
क्या है अंगूठी का रहस्य,
इस अंगूठी का रहस्य ट्रंक है
मैं अपनी उंगली पर बैठा था,
इस अंगूठी का रहस्य
शर्मीली और इतनी प्यारी क्या है?
युवक बहुत हैरान हुआ और बोला:
यह अंगूठी भाग्यशाली है, जीवन की अंगूठी है।
सभी ने कहा: बधाई हो और अच्छा हो!
लड़की ने कहा: काश!
मुझे अभी भी संदेह है कि यह उंगली का कारण है।
कई साल बीत गए, और एक और रात
जल्दी में एक महिला ने सोने की अंगूठी देखी
और उनके खूबसूरत डिजाइन में देखा
पति की वफादारी की उम्मीद में खोए दिन,
दिन के बाद दिन पूरी तरह से बर्बाद हो गया
महिला ने फूट-फूट कर रोई:
ओह, यह अंगूठी है
अभी भी अस्थिर और अस्थिर
यह दासता और बंधन है।”
― Another Birth: Selected Poems
लड़की मुस्कुराई और बोली: यह सोना
क्या है अंगूठी का रहस्य,
इस अंगूठी का रहस्य ट्रंक है
मैं अपनी उंगली पर बैठा था,
इस अंगूठी का रहस्य
शर्मीली और इतनी प्यारी क्या है?
युवक बहुत हैरान हुआ और बोला:
यह अंगूठी भाग्यशाली है, जीवन की अंगूठी है।
सभी ने कहा: बधाई हो और अच्छा हो!
लड़की ने कहा: काश!
मुझे अभी भी संदेह है कि यह उंगली का कारण है।
कई साल बीत गए, और एक और रात
जल्दी में एक महिला ने सोने की अंगूठी देखी
और उनके खूबसूरत डिजाइन में देखा
पति की वफादारी की उम्मीद में खोए दिन,
दिन के बाद दिन पूरी तरह से बर्बाद हो गया
महिला ने फूट-फूट कर रोई:
ओह, यह अंगूठी है
अभी भी अस्थिर और अस्थिर
यह दासता और बंधन है।”
― Another Birth: Selected Poems
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