बड़े घर की बेटी Quotes
बड़े घर की बेटी
by
Munshi Premchand1,090 ratings, 4.15 average rating, 31 reviews
बड़े घर की बेटी Quotes
Showing 1-2 of 2
“जिस तरह सूखी लकड़ी जल्दी से जल उठती है, उसी तरह क्षुधा (भूख) से बावला मनुष्य ज़रा-ज़रा सी बात पर तिनक जाता है।”
― बड़े घर की बेटी
― बड़े घर की बेटी
“जाने। उसने सब घी मांस में डाल दिया। लालबिहारी”
― बड़े घर की बेटी
― बड़े घर की बेटी
