कितने अज़ीब हो तुम ...अज़ीज़ !!!














क्या शीरत है तेरी अज़ीब !!! 

जब जब नजारों में तूने कोई तस्वीर पायी...

बस कैद कर ली वो सूरत 




और कहा... तू ही है मेरा अज़ीज़ !!!







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Published on March 30, 2011 21:51
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