Post # 43

एक ससुराल ऐसा भी



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मुझे बचपन से ही किस्से कहानियां पढ़ने-सुनने का शौक़ रहा है। उस समय मेरी उम्र की ज़्यादातर लड़कियों को परियों की कहानियां बहुत पसंद होती थीं। फ़िर धीरे-धीरे इस शौक पर हावी हो गया टीवी देखने और रेडियो सुनने का शौक़। लेकिन मेरी पसंद की सामग्री का भाव अब भी वही था। उन दिनों मेरे पसंदीदा फिल्मी गानों में से एक था वो गाना जिस के बोल कुछ इस तरह थे –





ओ मेरे सपनों के सौदागर, मुझे ऐसी जगह ले जाओ
मैं चाहती हूं मेरे हमसफ़र, मुझे परियों की दुनिया दिखाओ
प्यार ही प्यार हो जिस जगह, मुझे ऐसा जहां दिखाओ





कभी-कभी मैं अकेले में इस गाने को गुनगुनाते हुए बिस्तर पर खड़े हो कर 2 कदम भी थिरका लेती थी

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Published on October 03, 2019 04:20
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