वो स्कूल बैग में दबा हुआ टिफिन...

माँ के हाथ की रोटी की गर्माहट

और उस पर लगा हुआ आम का अचार।

आज पाँच सितारा होटलों के व्यंजन भी

वो स्वाद नहीं दे पाते,

जो उस जर्जर स्टील के डिब्बे में

मुफ़्त मिलता था।
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Published on April 11, 2025 01:57 Tags: hindi-kavita, nostalgia
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