किताबें ज़रा हटके उत्सव: वे लोग जिन्होंने इसे मुमकिन बनाया

 

किसी आयोजन को सफल बनाने से भी पहले एक प्रयास होता है...कि कम से कम आयोजन तो हो जाए। दिमाग में आया विचार सही मूर्त रूप ले ले ऐसा तो लाखों में कुछ मामलों में हो पाता है। लेकिन एक आयोजन को सफल बनाने के पीछे कुछ ऐसे निस्वार्थ लोगों का योगदान होता है जो इस हद तक उसमें लग जाते हैं जैसे उनकी बहन की शादी हो! खैर, ऐसे ही लोग इस टॉक्सिक, दम घोंटू समाज के लिए ऑक्सीजन का काम करते हैं। 11 अक्टूबर, 2025 को सत्यवती कॉलेज, अशोक विहार, दिल्ली में हुए फ्लाईड्रीम्स पब्लिकेशंस के किताबें ज़रा हटके उत्सव में मुझे कु...

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Published on October 15, 2025 22:27
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