“प्रासादों के कनकाभ शिखर,
होते कबूतरों के ही घर,
महलों में गरुड़ ना होता है,
कंचन पर कभी न सोता है.
रहता वह कहीं पहाड़ों में,
शैलों की फटी दरारों में.
होकर सुख-समृद्धि के अधीन,
मानव होता निज तप क्षीण,
सत्ता किरीट मणिमय आसन,
करते मनुष्य का तेज हरण.
नर वैभव हेतु लालचाता है,
पर वही मनुज को खाता है.
चाँदनी पुष्प-छाया मे पल,
नर भले बने सुमधुर कोमल,
पर अमृत क्लेश का पिए बिना,
आताप अंधड़ में जिए बिना,
वह पुरुष नही कहला सकता,
विघ्नों को नही हिला सकता.
उड़ते जो झंझावतों में,
पीते जो वारि प्रपातो में,
सारा आकाश अयन जिनका,
विषधर भुजंग भोजन जिनका,
वे ही फानिबंध छुड़ाते हैं,
धरती का हृदय जुड़ाते हैं.”
― रश्मिरथी
होते कबूतरों के ही घर,
महलों में गरुड़ ना होता है,
कंचन पर कभी न सोता है.
रहता वह कहीं पहाड़ों में,
शैलों की फटी दरारों में.
होकर सुख-समृद्धि के अधीन,
मानव होता निज तप क्षीण,
सत्ता किरीट मणिमय आसन,
करते मनुष्य का तेज हरण.
नर वैभव हेतु लालचाता है,
पर वही मनुज को खाता है.
चाँदनी पुष्प-छाया मे पल,
नर भले बने सुमधुर कोमल,
पर अमृत क्लेश का पिए बिना,
आताप अंधड़ में जिए बिना,
वह पुरुष नही कहला सकता,
विघ्नों को नही हिला सकता.
उड़ते जो झंझावतों में,
पीते जो वारि प्रपातो में,
सारा आकाश अयन जिनका,
विषधर भुजंग भोजन जिनका,
वे ही फानिबंध छुड़ाते हैं,
धरती का हृदय जुड़ाते हैं.”
― रश्मिरथी
Paulo Coelho
— 947 members
— last activity Jun 23, 2022 01:01AM
...."whoever you are, or whatever it is that you do, when you really want something, it's because that desire originated in the soul of the universe. ...more
Mrunal’s 2024 Year in Books
Take a look at Mrunal’s Year in Books, including some fun facts about their reading.
More friends…
Favorite Genres
Art, Biography, Comics, Crime, Ebooks, Fiction, Graphic novels, Horror, Humor and Comedy, Mystery, Philosophy, Poetry, Religion, Spirituality, Thriller, and Young-adult
Polls voted on by Mrunal
Lists liked by Mrunal



![मृत्युंजय [Mrutyunjay] by Shivaji Sawant मृत्युंजय [Mrutyunjay] by Shivaji Sawant](https://i.gr-assets.com/images/S/compressed.photo.goodreads.com/books/1355655218l/6369447._SY75_.jpg)














