बातें दम तोड़ रहीं

मन मस्तिष्क में लोट रहीं
कितनी बातें दम तोड़ रहीं

जिह्वा तक पहुंच कर भी
शब्दों में उलझती जाती हैं

नयी भाषा का आविष्कार करूं
या सीखूं के कैसे मौन धरूं

 •  0 comments  •  flag
Share on Twitter
Published on April 22, 2021 01:20
No comments have been added yet.